Baithak Foundation believes that music exposure and education are as important as mainstream education.

Since 2016, we are working towards creating a society with equitable music access and learning opportunities for children from the most marginalised communities.

Bandish in Raga Yaman

1. माई मोतियन करूँगी न्योछावर, ताल : तीनताल, लय : विलंबित  

Mai motiyan karungi nyuchawar, Taal: Teentaal, Laya: Vilambit

स्थायी

माई मोतियन करूँगी न्योछावर,

हरियाला बना घर आया |

अंतरा

सगरी रैन का गाजाबाजा,

अपनी बनी है ब्याहा लाया  ||

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2. तोरी नजरियाँ लागे प्यारी, ताल : तीनताल,  लय : मध्य 

Tori najariya lage pyari, Taal: teentaal, Laya:Madhya

स्थायी

तोरी नजरियाँ लागे प्यारी, देखत सुध बुध सब बिसर गई सारी|

अंतरा

काहे को ऐसो मारो टोना,

भूल गई सब जग के काज आज
दिनरंग जाऊ में तो पे वारी रे ||

This composition has been contributed by Leeladhar Chakradeo.

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This bandish is composed by Pt. Dinkar Kaikini. 

3. बावरे मत कर गुमान, ताल: एकताल, लय: द्रुत 

Baware mat kar guman, Taal: Ektaal, Laya: Drut

स्थायी

बावरे मत कर गुमान, गुरु सन राखो गुमान |

अंतरा

गुन सागर गुरु महान, सत गुन के गुन निधान

गुन घट में गुरुही प्राण, बेगुनी गुरु को पेहेचान ||

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This bandish is composed by Pt. Chota Gandharva ji. 

4. सुखदाता सबन के शंकर, ताल: तीनताल, लय: द्रुत 

Sukhadata saban ke shankar, Taal: Teentaal, Laya:Drut

स्थायी

सुखदाता सबन के शंकर
दिगंबर त्र्यंबकेश त्रिपुरहर त्राता
तूही त्रिभुवन के शंकर |

अंतरा

जय जगदीश जगत हित, गरल कंठ धर्ता
भावरंग ओंकाररूप सुर असुर सेवित
शिवहर सदा द्वैतहर्ता ||

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This bandish is composed by Pt. Balvant Rai Bhatt (Bhavrang/भावरंग). The notation for the same is available in the book Bhavarang Lahari (भावरंग लहरी) part 2. 

5. देरेना देरेना दिम तन दिम, ताल: तीनताल, लय: मध्य

Derena derena dim tan dim, Taal: Teentaal, Laya: Madhya

स्थायी

देरेना देरेना दिम देरे दिम,

देरे दिम देरे दिम, देरेना |

अंतरा

तना देरे तदारे या,तदियन तदारे तदारे,

निरेमगरे, गमनिधम, (धनिगरेनिधमगरे) (३) ||

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This tarana is composed by Vidushi Veena Sahasrabuddhe. The notation of the same is available in the book Nad Ninad.

6. एरी न माने पिया, ताल: तीनताल, लय: मध्य  

Eri na maane piya, Taal: Teentaal, Laya: Madhya

स्थायी

एरी न माने पिया बिनती मोरी, कैसे मनाऊ |

अंतरा

जब से घर आए, रूठ बैठे है
बावरी भयी मै,

कहीजो उपाव प्रीत मोरी कैसे जताऊ ||

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7. लाख दिया दिया अलिया ने तोसे, ताल: झपताल, लय: मध्य

Lakh diya diya, Taal: Jhaptaal, Laya: Madhya

स्थायी

लाख दिया दिया, अलिया ने तोसे  |

अंतरा

दूध पूत बहु अन धन लछमी, 

हमने सब ही पाया  ||

This composition has been contributed by Madhumita Bhaskar.

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8. लंगर तुरक जिन छिवोरे, ताल: तीनताल, लय: ध्रुत

Langar turak, Taal: Teentaal, Laya: Drut

स्थायी

लंगर तुरक जिन छिवोरे,मोरी गगरिया भारी,

अत देऊ गारी, हो ब्रिजनारी 

निरख निरख हस हस, देत मोहे तारी |

अंतरा

तुम तो महाधीट, पी अत तन लागोही आवत, गावत,

अत बार बार मै सन घेरत फेरत हूं

लाज न मरी जात हूं ब्रिजनारी ||

This composition has been contributed by Madhuvanti Jagdale. 

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9. दीम तन देराना तन तदारे, ताल: आडा चौताल, लय: ध्रुत  

Dim tana dere na, Taal: Adachautaal, Laya: Drut

स्थायी

दीम तन देरेना तन तदारे

तद्रेदानी तद्रेदानी अततन देरेना 

अंतरा

ना दिर दिर तोम तनननन देरेना

दिर दिर तोम तोम तनदीम तन|

नि रे ग रे ग म ग म ध म ध नि ध नि रे ग

ग रे सा नि ध प म ध प म ग रे सा नि सा

ग रे सा नि ध प म ध प म ग रे सा नि सा

ग रे सा नि ध प म ध प म ग रे सा नि सा ||

This composition has been contributed by Madhumita Bhaskar.

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This bandish is composed by Madhumita Bhaskar. 

10. आली पियाबीन मोरा जियरा तरसे, ताल: तीनताल, लय: ध्रुत  

Ali piyabin mora jiyara tarse, Taal: Teentaal, Laya: Drut

स्थायी

आली पियाबीन मोरा जियरा तरसे
बादल गरजे छमछम बरसे |

अंतरा

अपने मंदिर बीच हम हूँ अकेली
सगरी सहेली पिया अलबेली
दरस बीना नैना तरसे ||

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This bandish is composed by Shri. Chandrakant Apte. 

11. कैसे पावे ग्यान तू, ताल: एकताल, लय: विलंबित  

Kaise paawe gyaan tu, Taal: Ektaal, Laya: Vilambit

स्थायी

कैसे पावे ग्यान तू
गुरुचरण शरण आये बीना |

अंतरा

नादको भेद अपार अगम है
रामरंग समझ न आये गुरुबीना ||

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This bandish is composed Pt. Ramashray Jha (Ramarang). 

12. मोरी गगर ना भरन देत, ताल: तीनताल, लय: मध्यलय   

Mori gagar na bahren det, Taal: Teentaal, Laya: Madhya

स्थायी

मोरी गगर ना भरन देत,

पैया परु तोसे कान्ह कुँवर |

अंतरा

बार बार समझावु न समझत,

धिट लंगरवा एकहु न माने,

हार गयी मैंतो हार गई ||

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13. बाजे रे बाजे पैंजनिया, ताल: तीनताल, लय: द्रुत 

Bajeri baaje painjaniya, Taal: Teentaal, Laya: Drut

स्थायी

बाजेरी बाजे पैंजनिया, नाच नाचे ब्रिज सखियाँ

छुम छानन ननन, छुम छानन ननन, छुम छानन नननन, पैंजनिया |

अंतरा

ब्रिज ग्वाल बाल ब्रिज गोप ललना,

सब मिल आवे गावे नाचे ध्यावे आनंद पावे मोहन,

मधुर मधुर मुरली बजाई,

मृदंग बोले दिगदिग दिगदिग थै, दिगदिग दिगदिग थै,

दिगदिग दिगदिग थै, पैंजनिया ||

This composition has been contributed by Leeladhar Chakradeo. 

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14. मतवारी हूँ आज में, ताल: एकताल, लय: द्रुत 

Matawari hoon aaj main, Taal: Ektaal, Laya: Drut

स्थायी

मतवारी हूँ आज में, स्वछंद मंद स्वर सुगंध देत हृदय आनंद |

अंतरा

दिनरंग की कृपा, मोपे है असिस तब होवे ग्यान सुलभ, श्रुती सुर लय राग ||

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This bandish is composed by Pt. Dinkar Kaikini. 

15. तरस ना लागी, ताल: एकताल, लय: विलंबित

Taras na lagi, Taal: Ektaal, Laya: Vilambit

स्थायी

तरस ना लागी अखियाँ मोरी
पिया बिन कैसे रह्यो न जाय |

अंतरा

जाऊ कहां अब बिरहा की मारी
साँस ननद मोरी देगी गारी ||

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16. नम्र भाव गुरु पाई, ताल: एकताल, लय: द्रुत  

Namra bhaav guru paayi, Taal: Ektaal, laya: Drut

स्थायी

नम्र भाव गुरु पाई मम हा
व्यक्त करित अजी प्रेमे शुभ दिन |

अंतरा

मज जवळी सुख सारे जमले
गुरु नमना विण वाया गेले
मोद न माते अन्य उपायी ||

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